Rahul yaduvanshi Ankit
छुपाये छुपेगी नही आशिक़ों तुम्हारी दिल्लगी। इश्क़ का इतिहास है सबका लिखा जाएगा।।
Friday, 2 August 2019
मेरा शहर
उसकी गलियों से गुजरना मुझे अच्छा लगता है
उसकी एक झलक को पाना मुझे अच्छा लगता है
किसी दिन जब वो ना दिखती है उन झरोखों से
मुझे उसकी यादों मे
अकेले
रोना अच्छा लगता है
Rahul yaduvan
shi
ankit
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कौन मुझे कफ़न देगा
इश्क़ और सत्ता
कौन मुझे कफ़न देगा
वो एक
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