Monday, 17 June 2019

मेरा शहर

काश उल्फ़त के दिनों में मैं , तेरे साथ होता। 

पूरी जिन्दगी ना सही तेरे गमो में तेरे साथ होता।

बीत  गया जो कल अब उससे क्या सिकवा। 

काश तेरी अधूरी सी बची जिन्दगी में तेरे साथ होता।। 

                     राहुल यदुवंशी अंकित